मास गेनर के उपयोग, फायदे और नुक्सान – Mass Gainer Uses, Benefits and Side Effects in Hindi

Mass Gainer hindi

विषय सूचि

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उपक्षेप – Introduction

यदि आप उन लोगों में से एक हैं, जो सभी तरह के प्रयास करने के बावजूद भी वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे है, तो दावे के साथ कह सकता हूं, कि आपने किसी ‘मास गेनर’ से वजन बढ़ाने वाले व्यक्ति से कोई सलाह ली होगी और उसे ही फॉलो कर रहे होंगे।

हो सकता है उनको देखकर आपने भी एक मास गेनर खरीद लिया हो और उससे वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

वेट गेनर शेक या मास गेनर बॉडी बिल्डरों और खिलाड़ियों का लोकप्रिय पूरक आहार बनते जा रहा है। लोग वजन बढ़ाने, मसल बढ़ाने के लिए न्यूट्रिशन के उत्पादों में बहुत रुचि दिखा रहे हैं। लेकिन ‘मास गेनर’ क्या है? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि क्या आपको इसका उपयोग करना चाहिए? इस आर्टिकल में हम ‘मास गेनर’ के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे तो आपको इसे उपयोग करने से पहले 5 मिनट की इस आर्टिकल को ज़रूर पढ़ना चाहिए। आज हम बात करेंगे मास गेनर क्या होता है?  मास गेनर सप्लीमेंट के बारे में जो शरीर के वजन को बढ़ावा देता है।

आज के समय में लोगों को अपने वजन को लेकर अत्यधिक निराशा होती है, तो इस निराशा को हम अपने इस आर्टिकल के द्वारा दूर करेंगे और हम बताएंगे कि आप अपने वेट को कैसे गेन कर सकते हैं? अगर आप मास गेनर का सेवन करते है इसके फायदे क्या है?

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‘मास गेनर’ क्या होता है? – What is Mass Gainer in Hindi?

मास गेनर एक हाई-कैलोरी प्रोटीन पाउडर है जिसका उपयोग वजन बढ़ाने के लिए अपने डेली कैलोरी की मात्रा को बढ़ाने के लिए किया जाता है।

यह कैलोरी से भरपूर सफेद रंग का एक खाद्य पाउडर होता है। जो कॉर्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट को मिलाकर बनाया जाता है। इसमे लगभग 60%-70% कॉर्बोहाइड्रेट, 10%-20% फैट और 20%-30% प्रोटीन पाया जाता है।

इसे सिंपल शब्दों में कहा जाए तो इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं और हमारा शरीर इसे नेचुरल तरीके से सही मात्रा में प्रोड्यूस नही कर पाता है। तो हमारे शरीर के लिए बाहरी सोर्सेज से इसे लेना जरूरी हो जाता है।

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मास गेनर के फायदे – Benefits of Mass Gainer in Hindi

मास गेनर भोजन को तेजी से पचाने में मदद करता है। जब हमारा भोजन तेजी से पचता है, तो भोजन मांसपेशियों को ऊर्जा तेजी से ट्रांसफर करने में सक्षम होता है और मांसपेशियों को तेजी से बढ़ने में मदद मिलती है। इन सप्लीमेंट्स में मौजूद प्रोटीन मांसपेशियों में रक्त प्रवाह (ब्लड सर्कुलेशन) को बढ़ाने में काफी मददगार होता है। मास-गेनर सप्लीमेंट शरीर की ताकत और ऊर्जा के स्तर को भी बढ़ाता है। यह आपको पूरे दिन ऊर्जावान महसूस करवाता है। यह एथलीटों में शक्ति के स्तर को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है, इस प्रकार यह उन्हें लंबे समय तक चलाने या व्यायाम करने में सक्षम बनाता है। इन सप्लीमेंट्स के जरिये से, शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है जो मांसपेशियों के विकास के लिए जरूरी हैं।

मांसपेशियों की वृद्धि के अलावा, यह एक अच्छे मेटाबोलिज्म के साथ शरीर की काफ़ी मदद भी करता है। यह सप्लीमेंट आपकी फ़टी मांसपेशियो को रिपेयर करने और मांसपेशियों के टिश्यू (ऊतकों) को रि-बिल्ड (पुनः निर्माण) करने में मदद होता है। इसलिए इसका उपयोग सिर्फ आपके बॉडी को बनाने में नहीं बल्कि और भी चीज़ों में उपयोगी है। अगर कहीं आप चोटिल हो जाते हैं तो यह जल्दी ही मासपेशियों के चोट को रिकवर कर देता है। अगर आप इसका आइडियल डोज़ लेते हैं तो निश्चित ही पूरा दिन आप ऊर्जावान और शक्तिशाली महसूस करेंगे।

मास गेनर एथलिट, खिलाड़ी और मुक्केबाजों के लिए जरूरी सप्लीमेंट है।

मास गेनर एक अच्छा कैलोरी सोर्स है

कैलोरी व्यक्ति के शरीर को बड़े पैमाने पर लाभ प्रदान करने में ज़रूरी है। क्योंकि यह शरीर को बहुत अधिक वजन के साथ आवश्यक मांसपेशियों को बढ़ा देता है। मशहूर फिटनेस एक्सपर्ट जिलियन माइकल्स के अनुसार, बॉडी को वजन बढ़ाने में मास गेनर / वेट गेनर की अहम भूमिका होती है।

फैट बनाने और पाचनतंत्र को मजबूत करता है

मास गेन शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है, जिससे पाचन तंत्र ठीक रहता है और यह गुड फैट बनाने में मदद करता है।

स्वस्थ और मजबूत शरीर के लिए आवश्यक

स्वस्थ और मजबूत शरीर के लिए जरूरी आंतरिक वाइटल  के साथ बड़े पैमाने पर शरीर के वजन में वृद्धि होती है। अर्नोल्ड श्वार्ज़नेगर ने कहा कि अगर अपनी बॉडी को बढ़ाने के इच्छुक हैं तो निरंतर और समय से “मास गेनर” लेना जरूरी है।

मास गेनर का उपयोग करना अच्छा होता है क्योंकि यह न केवल शरीर को बहुत आवश्यक कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट प्रदान करता है, बल्कि शरीर के अंदर फैट-इन्टेक भी कम करता है। ये न केवल व्यक्ति को अधिक से अधिक भीषण कसरत करने की अनुमति देते हैं बल्कि शरीर को अंदर से बहुत मज़बूती प्रदान करता है।

हाइड्रेशन के स्तर में वृद्धि

मास गेनर शरीर को पर्याप्त हाइड्रेट रखता है। शरीर में पानी की सही मात्रा होने से शरीर को पोषक तत्वों, प्रोटीन और विटामिन जैसे आवश्यक चीजों की पूर्ति भी होती रहती है।

मास गेनर्स में “क्रिएटिन” शामिल होता है

मास गेनर्स में “क्रिएटिन” नामक पोषक तत्व होता है। जो कि शरीर के मांसपेशियों को बढ़ाने में और उन्हें मज़बूती देने में सहायक होता है और साथ ही साथ इसे लेने वाले व्यक्ति को कम तनाव होता है क्योंकि यह प्रोटीन और क्रिएटिन की मात्रा को शरीर को एक साथ प्रदान करता है।

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आखिर लोग क्यों मास गेनर लेते हैं – Why do People take Mass Gainer in Hindi?

  • वे एक शेक में पूरी कैलोरी लेना चाहते हैं।
  • वे कंपनियों के झूठे और लुभावने वादों में फंस जाते हैं।
  • फूड की अपेक्षा लिक्विड शेक से कैलोरी लेने की कोशिश करते हैं।

आइए बाजार में उपलब्ध एक मास गेनर की कॉस्ट के बारे में जानते हैं

प्रोटीन और कैलोरी स्पिलिट के बाद मास गेनर में 8 सर्विंग होती हैं और उसकी कीमत लगभग 3200 रुपए होती है।

  • कुल कैलोरी – 1250 Cal
  • प्रोटीन – 50 Gm
  • प्रति सर्विंग कॉस्ट – 400 रुपए

तो अब आप समझ ही गए होंगे कि 400 रुपए सर्विंग में आप कई बहुत हेल्दी फूड खा सकते हैं, जो नैचुरली रूप से आपके शरीर के लिए सही होंगे और आपका पेट भी भरेंगे।

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मास गेनर कैसे काम करता है? – How does Mass Gainer Work in Hindi?

मास गेनर से हमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट मिलता है, इसके साथ हमें प्रोटीन तथा मिनरल्स भी मिलता है। अगर हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा हो जाए, तो हमार शरीर उसे फैट के तौर पर स्टोर करने लगता है।

हमें हमारे शरीर को कार्बोहाइड्रेट से मिलने वाली कैलोरी को अपने दिनचर्या में यूज करना बहुत जरूरी है, नहीं तो यह बॉडी में फैट के तौर में स्टोर हो जाता है। मास गेनर हमारे शरीर में दिनभर की कैलोरी को बनाए रखता है, जिससे कि हमे जिम में वर्कआउट के दौरान शरीर मे एनर्जी बनी रहती है। कार्बोहाइड्रेट को ज्यादा मात्रा में लेने से मोटापा भी हो सकता है।

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मास गेनर कैसे ले? – How to intake Mass Gainer in Hindi?

इसे आपको पोस्ट वर्कआउट के बाद लेना चाहिए अगर आप सुबह के वक्त में जिम करते हैं, तो सबसे पहले आपको प्री वर्क आउट से पहले कम से कम 45 मिनट पहले ही डाइट लेनी चाहिए। मास गेनर को हम दूध, पानी, जूस, के द्वारा लिया जा सकता है।

हमारी डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भरपूर होनी चाहिए। मास गेनर को हमें पोस्ट वर्क आउट के बाद आप ले सकते हैं, जिससे हमारी बॉडी में कैलोरी की मात्रा पूरी हो जाएगी। मास गेनर में प्रोटीन भी पाया जाता है जो 20 से 30% तक होता है। इसे डायरेक्ट लेने की कोशिश न करें ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

इस मास गेनर के विषय में पूरी जानकारी पाने के लिए आप दिए हुए लिंक पर क्लिक कर सकते है।

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वजन न बढ़ने के कारणों को डिटेल में यहां समझें – Understand the reasons for no weight gain in Hindi

1. पर्याप्त कैलोरी खाएं

हर कोई कहता है कि अधिक कैलोरी खाएं, लेकिन कोई आपको नहीं बताता कि कितनी कैलोरी आपके लिए सही है ? तो चलिए आपकी इस समस्या को हल करते हैं।

इस समस्या का अनुमान लगाने का एक बहुत ही सरल तरीका आपके शरीर का वजन LBS यानि पाउंड है। मतलब आप अपने वजन को पाउंड में कैल्क्युलेट करें और उसे 18 से गुणा करें, आपको कितनी कैलोरी खाना है उसकी डिटेल आ जाएगी।

उदाहरण : यदि आपका वेट 120 LBS है तो 120×18 = 2160 Cal आपको लेना है।

साथ ही साथ जिम जाएं और 1g/lbs के हिसाब से प्रोटीन भी लें। इसे आपका 2 Lbs वजन एक महीने में बढ़ सकता है।

2. स्मार्ट ट्रेनिंग करें

  • जिम न जाएं और ट्रेडमिल पर भी न दौड़ें। बाइसेप एक्सरसाइज के 100 सेट करें।
  • कंपाउंड एक्सरसाइज करें।
  • जरूरत हो तो कभी हैवी वेट भी उठा सकते हैं।
  • इसके लिए ट्रेनर की सलाह के मुताबिक एक वर्कआउट प्लान तैयार करें और उसे फॉलो करें।

3. रेस्ट एंड रिकवर

इन दिनों सबसे बड़ी समस्या नींद की कमी और रिकवरी है। यदि आप जिम में जाने से पहले ही थके हुए हैं तो आपका सेशन खराब होने वाला है।

इसलिए आपको पर्याप्त नींद की जरूरत होती है।

हर रात 7-8 घंटे की गहरी नींद जरूर लें।

यदि ऐसा करते हैं, तो आपकी बॉडी में स्फूर्ती रहेगी और आप दिन भर एक्टिव भी रहेंगे।

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मास गेनर लेने का तरीका – How to take Mass Gainer in Hindi

मास गेनर सप्लीमेंट को कैसे यूज़ में ले यह हम आपको बताते हैं। आप अगर इसे पोस्ट वर्क आउट के बाद ले सकते हैं, यहां पर थोड़ा हम प्री तथा पोस्ट वर्क आउट के बारे में बताएँगे कि पोस्ट वकआउट तथा प्री वर्क आउट किस तरीके का डाइट लें, हमें प्री वर्क आउट से पहले फैट की मात्रा वाले डाइट नहीं लेनी चाहिए, यह पोस्ट वर्क आउट के बाद ले सकते हैं, प्री वर्क आउट में आप एक ओट्स, स्वीट पोटैटोज, केला ले सकते हैं।

पोस्ट वर्क आउट के बाद वजन बढ़ाने के लिए आप मास गेनर ले सकते हैं। अगर आप मास गेनर एक स्कूप लेते हैं, तो इसमें आपको 500 से 1000 तक की मात्रा में कैलोरी मिल जाती है यह लगभग हमारे तीन रोटी तथा एक कटोरी दाल के जितना कैलोरी हमें प्रदान करता है।

हमें शरीर का वजन सही तरीके से बढ़ाना है तो प्री वर्कआउट से पहले सही डाइट लेनी चाहिए, पोस्ट वर्कआउट के बाद सप्लीमेंट लेना चाहिए, इसे लेने का तरीक़ा आप किसी भी तरह से आप ले सकते हैं।

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मास गेनर कैसे ले? – How to Get Mass Gainer in Hindi?

इसे आपको पोस्ट वर्कआउट के बाद लेना चाहिए अगर आप सुबह के वक्त में जिम करते हैं, तो सबसे पहले आपको प्री वर्क आउट से पहले कम से कम 45 मिनट पहले ही डाइट लेनी चाहिए, मास गेनर को हम दूध, पानी, जूस, के द्वारा लिया जा सकता है।

हमारी डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भरपूर होनी चाहिए। मास गेनर को हमें पोस्ट वर्क आउट के बाद आप ले सकते हैं, जिससे हमारी बॉडी में कैलोरी की मात्रा पूरी हो जाएगी।

मास गेनर में प्रोटीन भी पाया जाता है जो 20 से 30% तक होता है। इसे डायरेक्ट लेने की कोशिश न करें ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

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मास गेनर कैसे बनाएं? – How to Make a Mass Gainer in Hindi?

यहां पर हम आपको घरेलू तरीके से मास गेनर बनाने के तरीका बताते हैं, यह उतना ही कैलोरी प्रदान करेगा जितना कि मास गेनर कैलोरी प्रदान करता है।

सबसे पहले हमें इसके लिए दूध लेना होगा, उसमें दो से तीन केले को छोटे-छोटे पिस में काटकर मिक्स करना होगा फिर इसे मिक्सर के द्वारा अच्छे तरीके से मिक्स कर देना चाहिए, इसमें आप स्वाद के अनुसार कुछ भी जोड़ सकते हैं जैसे चॉकलेट फ्लेवर तथा अन्य।

इसे किसी भी बोतल में लेकर इसे आप इसे पी सकते हैं, अगर आप घरेलू मास गेनर तैयार करते हैं तो औसतन आपको इसमें 300 से 400 कैलोरी मिल जाती है यह आपके वजन को बढ़ाने के लिए बेहतर है।

अगर आपको इसके उपयोग से कोई भी फायदे नहीं नजर आ रहा हैं, तो आप इसकी जगह किसी अच्छे ब्रांड के मास गेनर को ले सकते है।

मास गेनर प्राइस –  अगर बात करें मास गेनर या वेट गेनर की तो यह सप्लीमेंट मार्केट में अनगिनत हैं, यह आपको 1500 के प्राइस से ही अच्छे व बेहतर ब्रांड के मास गेनर व वेट गेनर मिलना शुरू हो जाता है।

यह अलग-अलग कंपनियों के द्वारा बनाया जाता है जिसकी कॉस्ट वैल्यू  3000 से 4000 तक भी हो सकती है।

आप किसी भी ब्रांड का ले सकते हैं, हम आपको किसी खास ब्रांड को रिकमेंड नहीं कर रहे हैं और इसका चुनाव आप खुद कर सकते है।

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मास गेनर के साइड इफ़ेक्ट – Side effects of Mass Gainer in Hindi

  • जब आप मास गेनर लेते है तो आपके शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है अगर आप एक्सरसाइज साथ में नहीं करते है तो आप के शरीर का वजन गलत तरीके से बढ़ाना शुरू हो जाता है, आपको मोटापा हो सकता है। इस लिए आप इसके सेवन के साथ रेगुलर एक्सरसाइज जरूर करे अगर आप रेगुलर नहीं कर सकते तो कम से कम आप 1 हफ्ते में केवल 4 दिन एक्सरसाइज तो जरूर करे।
  • कुछ लोगो को मास गेनर के सेवन से पेट जुडी समस्या हो सकती है इसके लिए आप मास गेनर पाउडर का सेवन कम करना होगा और इसके साथ में आपको पानी भी भरपूर मात्रा में पीना चाहिए, अपनी डाइट में आप फल, सब्जियां और फाइबर अपनी डाइट में जोड़ना होगा।
  • उल्टी आने की समस्या भी हो सकती है ऐसा तब होता है जब सप्लीमेंट पाउडर का सेवन आप  करते है तो वह आपके पेट में ठीक से नहीं घुलता है जिसके वजह से उल्टी व दस्त की भी समस्या आप को हो सकती हैं। इस प्रकार की समस्या न हो इसके लिए आप पानी का सेवन भरपूर करे जिसे वह पाउडर आपके पेट में जल्द व आसानी से घुल सके।
  • वजन को कम करने वाले पाउडर तथा आप किसी भी अन्य सप्लीमेंट का सेवन करते है तो आप एल्कोहल का सेवन उन समय में ना करे नहीं तो इसका गलत प्रभाव आपके लिए घातक हो सकता है।

यदि आपको दूध या दूध वाले प्रोडक्ट्स से एलर्जी है, तो आप ‘व्हेय प्रोटीन’ लेने से बचें। सिर्फ सप्लीमेंट्स में पॉपिंग करके अपने शरीर को सुडौल बनाने की उम्मीद न करें। जिन लोगों को मधुमेह या हाइपोग्लाइसीमिया है, उन्हें सप्लीमेंट लेने से बचना चाहिए।अगर इसे ज़्यादा और लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाए तो सप्लीमेंट में मौजूद क्रिएटिन लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप किसी और दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श ज़रूर लें। अगर आपको किडनी और लिवर की बीमारी है तो सप्लीमेंट को एक साथ उपयोग किए जाने पर शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

इन सप्लीमेंट्स को लेने के कारण डायरिया, थकान, रक्तचाप में कमी, हाथों और पैरों में सूजन, ऐंठन, मितली, फेसिसाइटिस और सिरदर्द भी हो सकते हैं। यदि आपके शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण देखने को मिले तो सप्लीमेंट के खुराक को कम करें या इसे लेने से बचें।

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मास गेन के लिए वर्कआउट का समय – Workout time for Mass Gain

यह जरूरी नहीं है कि आप वर्कआउट कब कर रहे हैं,जरूरी यह है कि आप सही डाइट ले रहे हो तथा सही सप्लीमेंट का उपयोग किया जा रहा है। हमें वर्क वर्क आउट से लगभग 45 मिनट पहले प्रोटीन की मात्रा लेनी चाहिए तथा पोस्ट वर्कआउट के बाद कार्बोहाइड्रेट सप्लीमेंट लेना चाहिए।

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क्या मास गेनर तथा व्हें प्रोटीन एक साथ ले सकते हैं? – Can Mass Gainer and Protein be Taken Together?

मास गेनर के द्वारा हम मसल्स ग्रो करते हैं, इस में पाए जाने वाला कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट अधिकतम मात्रा में पाया जाता है। यह वेट गेन करने वालों के लिए बेहतर है। व्हे प्रोटीन में प्रोटीन की मात्रा ज्यादातर पाई जाती है।

व्हे प्रोटीन में हमें आइसोलेटेड प्रोटीन मिलता है यह मसल्स की ग्रोथ के लिए बेहतर है। मास गेनर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है। इसका गलत तरीके से सेवन किया जाए, तो यह आपके शरीर में फैट को बढ़ा सकता है जबकि प्रोटीन बॉडी जमा हुए फैट को एनर्जी में बदल देता है।

अगर हम इन्हें एक साथ लेते हैं तो यह बहुत ही उत्तम सप्लीमेंट होगा। इन दोनों को एक साथ ले तो शरीर के वजन बढ़ाने में लाभदायक होगा। मास गेनर से हमारा वेट गेन होता है पर इसमें कार्बोहाइड्रेट अधिक होता है, जिसे नजरअंदाज करना शरीर में मोटापा दे सकता है।

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व्हे प्रोटीन वर्सेस मास गेनर – Whey Protein vs Mass Gainer in Hindi

आज कल सभी जिम तो जाते है और अपनी तरफ से बहुत अच्छा वर्क आउट schedule भी बना लेते है| लेकिन कुछ लोगो की बॉडी बनती नही, वही की वही रहती है| उसका एक ही कारण है “डाइट” |जब हम अछी डाइट लेते है तभी गैनिंग होती है और उस डाइट में सप्लीमेंट भी जरूरी रहते है, जैसे के प्रोटीन या मास गेनर इत्यादि| लेकिन कुछ लोग इसी कश्मकश में रहते है के उनके लिए क्या सही है| वेह प्रोटीन, या मास गेनर आज आपको इन दोनों का फर्क बताते है|

व्हे प्रोटीन – बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है। व्हेप्रोटीन दूध का हे बाई प्रोडक्ट है जो के प्रोटीन का सबसे शुद्ध रूप माना जाता है| इसे पनीर या चीसे बनाते वक्त हे प्रोसेस किया जाता है|और यह बहुत जल्दी पचता भी है|

इसे आगे 3 भागो में बांटा गया है, व्हेप्रोटीन कंसन्ट्रेट, व्हेप्रोटीन आइसोलेट, और व्हेप्रोटीन हिड्रोलाईसेट|

मास गेनर – मास गेनर और वेट गेनर सप्लीमेंट प्रोटीन के साथ में उच्च मात्रा वाले कार्ब्स और फैट के साथ उपयोगकर्ता को अधिक कैलोरी प्रदान करता है। यह आम तौर पर 2: 1 या 3: 1 की रेश्यो में कार्बोस और प्रोटीन होता है, जिसका अर्थ है कि मास गेनर वाले प्रत्येक सर्विंग 60 ग्राम कार्ब्स और 30 ग्राम प्रोटीन प्रदान करता है। बड़े पैमाने पर लाभ से प्राप्त कैलोरी का एक बड़ा हिस्सा कार्ब्स से आता है जो आमतौर पर माल्टोस और ग्लूकोज का मिश्रण होता है।

व्हे प्रोटीन और मॉस गेनर में क्या होता है?

मॉस गेनर में प्रोटीन भी शामिल है |आमतौर पर मास गेनर 22 से 35% प्रोटीन की आपूर्ति करते है जबकि प्रोटीन पाउडर 60% से ज्यादा की आपूर्ति करते है |मास गेनर में वे प्रोटीन की तुलना में ज्यादा कैलोरी होती है |इनमे बड़ी मात्रा में कार्बोहायड्रेट और वसा होते है जो की आपकी कैलोरी की खपत को बढ़ावा देते है |दोनों का मांसपेशियों को बनाने और वृदि के लिए प्रयोग किया जाता है |अच्छे मॉस गेनर में लम्बे समय तक ऊर्जा आपूर्ति के लिए नॉन –शुगर कार्बोज शामिल होते है |

मांसपेशियों के निर्माण के लिए क्या है लाभदायी?

अगर किसी का आसानी से भार नही बढ़ता और वह अधिक मांसपेशियों का निर्माण करना चाहता है तो मास गेनर उसके लिए उपयुक्त होगा | दूसरी और अगर कोई व्यक्ति धीमी गति से लाभ चाहता है वो भी शरीर में नियंत्रित वसा प्रतिशत के साथ तो, वे प्रोटीन पर्याप्त होगा | वैकल्पिक रूप से आप दोनों मॉस गेनर तथा वे प्रोटीन का अधिक वसा को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है|

फैट घटाने के इच्छुक को भी क्या प्रोटीन की जरूरत है ?

अगर किसी व्यक्ति ने पहले ही उचित मांसपेशियों का निर्माण कर लिया है और वसा को कम करने को तैयार है, तो वे प्रोटीन उपयुक्त होगा | यह वसा को कम करने के लिए मसल कैटाबोलिज़्म को सभी प्रकार के कार्डियो से बचाता है

क्या वे प्रोटीन केवल कटिंग यानी मॉस कम करने के लिए ही उपयुक्त है?

वे प्रोटीन कटिंग और बल्किंग दोनों ही पहलुओं से उचित है | ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ लोग बल्किंग के उदेश्य से मॉस गेनर का प्रयोग करते है और कुछ लोग केवल अनचाहे कैलोरीज के भय से मांसपेशियों का निर्माण करने के लिए वे प्रोटीन का इस्तेमाल करते है|

बिना वर्कआउट के प्रोटीन /मॉस गेनर लेना क्या लाभदायी है?

प्रोटीन का उद्देश्य मसल रिकवरी और मसल टिशूज की रिपेयर करना होता है ताकि मसल बड़े और मजबूत हो सके| अगर कोई व्यक्ति वर्कआउट नही करता तो उसे रिकवरी की कोई जरूरत नही है क्योंकि अगर उसका शरीर प्रोटीन स्टोर नही करता तो यह सिर्फ पैसे की बर्बादी होगी |अगर वह बिना व्यायाम के मॉस गेनर लेता है तो उसके शरीर में मसल के बजाए वसा बढ़ जाएगी और वह सप्लीमेंट खरीदने पर एक तरह से पैसे व्यर्थ कर रहा है|

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निष्कर्ष – Conclusion

यहां हमने आपको मास गेनर से जुड़ी ज़रूरी जानकारियां दी है| करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे ज़रूर शेयर करे और साथ ही कमेंट बॉक्स में अपने विचार हमारे साथ व्यक्त करें।

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