आंवला के फायदे, उपयोग और नुकसान – Amla (Gooseberry) Benefits, Uses, And Side-Effects in Hindi

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विषय सूची

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उपक्षेप – Introduction

आंवला पेड़ पर गुच्छों में लगने वाला और  विटामिन सी से भरपूर  एक फल होता है।  इसके साथ ही इसमें कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, फाइबर और कार्बोहाइड्रेट भी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

 हम सभी  यह  जानते हैं कि आंवला त्वचा और बाल दोनों के लिए ही बहुत फायदेमंद होता है।  बाजार में बिकने वाले ढेरों ब्यूटी-प्रोडक्ट्स का ये मूल तत्व होता है लेकिन स्वास्थ्य से जुड़े इसके फायदों के बारे में आपको शायद  ही पता हो । 

आंवले के पोषक तत्वों के बारे में बात करें तो इसका कसैला-मीठा स्वाद, विटामिन सी और ए का बहुत अच्छा सोर्स होता है  ।  इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है।  हर रोज एक आंवला खाने से बाल तो अच्छे होते हैं ही साथ ही बढ़ती उम्र के असर भी कम नजर आते हैं। इतना ही नहीं इसके सेवन से एनीमिया भी होने का खतरा कम हो जाता है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।

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आंवला क्या है – What is Amla in Hindi

आँवला एक छोटे आकार और हरे रंग का फल है। इसका स्वाद खट्टा होता है। आयुर्वेद में इसके अत्यधिक स्वास्थ्यवर्धक माना गया है। आँवला विटामिन ‘सी’ का सर्वोत्तम और प्राकृतिक स्रोत है। इसमें विद्यमान विटामिन ‘सी’ नष्ट नहीं होता। यह भारी, रुखा, शीत, अम्ल रस प्रधान, लवण रस छोड़कर शेष पाँचों रस वाला, विपाक में मधुर, रक्तपित्त व प्रमेह को हरने वाला, अत्यधिक धातुवर्धक और रसायन है। यह ‘विटामिन सी’ का सर्वोत्तम भण्डार है। आंवला दाह, पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, खांसी, श्वास रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। वीर्य को पुष्ट करके पौरुष बढ़ाता है, चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के केशों को काले, लम्बे व घने रखता है। विटामिन सी ऐसा नाजुक तत्व होता है जो गर्मी के प्रभाव से नष्ट हो जाता है, लेकिन आंवले में विद्यमान विटामिन सी कभी नष्ट नहीं होता। हिन्दू मान्यता में आँवले के फल के साथ आँवले का पेड़ भी पूजनीय है।  माना जाता है कि आँवले का फल भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है इसीलिए अगर आँवले के पेड़ के नीचे भोजन पका कर खाया जाये तो सारे रोग दूर हो जाते हैं।

आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफलं कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला (phyllanthus emblica) का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है। पेड़-पौधे से जो औषधि बनती है उसको काष्ठौषधि कहते हैं और धातु-खनिज से जो औषधि बनती है उनको रसौषधि कहते हैं। इन दोनों तरह की औषधि में आंवला का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि आंवला को रसायन द्रव्यों में सबसे अच्छा माना जाता है यानि कहने का मतलब ये है कि जब बाल बेजान और रूखे-सूखे हो जाते हैं तब आंवला का प्रयोग करने पर बालों में एक नई जान आ जाती है। आंवला का पेस्ट लगाने पर रूखे बाल काले, घने और चमकदार नजर आने लगाते हैं।

चरक संहिता में आयु बढ़ाने, बुखार कम करने, खांसी ठीक करने और कुष्ठ रोग का नाश करने वाली औषधि के लिए अमला का उल्लेख मिलता है। इसी तरह सुश्रुत संहिता में आंवला के औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है। इसे अधोभागहर संशमन औषधि बताया गया है, इसका मतलब है कि आंवला वह औषधि है, जो शरीर के दोष को मल के द्वारा बाहर निकालने में मदद करता है। पाचन संबंधित रोगों और पीलिया के लिए आंवला (Indian gooseberry) का उपयोग किया जाता है। इसे कई जगहों पर अमला नाम से भी जाना जाता है।

आंवले के अलग अलग नाम हैं नीचे दिया गया है आंवले के अलग अलग नामों के बारे में

·  हिंदी (Hind) – आमला, आँवला, आंवरा, आंबला औरा;

·  उर्दू   (Urdu) – आँवला (Anwala);

·  ओड़िया  (Oriya) – औंला (Onola);

·  असमिया (assamese)-  अमला (Amla), आमलुकी (Amluki);

·  कन्नड़ (Kannada)-  नेल्लि (Nelli), नेल्लिकाय (Nellikai);

·  गुजराती   (Gujarati) – आमला (Amla), आमली (Amli);

·  तमिल   (Tamil) – नेल्लिमार (Nellimaram);

·  तेलुगू   (Telugu) – उसरिकाय (Usirikai);

·  बंगाली   (Bengali) – आमला (Amla), आमलकी (Amlaki);

·  नेपाली  (Nepali) – अमला (Amla);

·  पंजाबी (Punjabi) – आमला (Amla);

·  मराठी (Marathi) – आँवले (Anwale), आवलकाठी (Aawalkathi);

·  मलयालम   (Malayalam) – नेल्लिका (Nellikka), नेल्लिमारम (Nellimaram)।

·  अंग्रेज़ी  (English) – इण्डियन गूजबेरी (Indian gooseberry);

·  अरबी   (Arabic) – आमलज्ज (Amlajj);

·  फ़ारसी  (Persian) – आमलह (Amlah), आम्लाझ (Amlazh) कहते हैं।

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प्रति 100 ग्राम आंवले में पोषक तत्वों की मात्रा – Nutrional Effeciency of Amla in Hindi

·  पोषक तत्व मात्रा

·  पानी  87.87 ग्राम

·  ऊर्जा  44 kcl

·  प्रोटीन 0.88 ग्राम

·  वसा  0.58 ग्राम

·  कार्बोहाइड्रेट  10.18 ग्राम

·  फाइबर 4.3 ग्राम

·  कैल्शियम   25 मिलीग्राम

·  आयरन 0.31 मिलीग्राम

·  मैग्नीशियम 10 मिलीग्राम

·  फास्फोरस   27 मिलीग्राम

·  पोटेशियम   198 मिलीग्राम

·  सोडियम 0.12 मिलीग्राम

·  विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड   27.7 मिलीग्राम

·  थियामिन   0.04 मिलीग्राम

·  राइबोफ्लेविन 0.03 मिलीग्राम

·  नियासिन   0.3 मिलीग्राम

·  विटामिन B-6 0.08 मिलीग्राम

·  फोलेट, DFE 6 माइक्रोग्राम

·  विटामिन A, RAE 15 माइक्रोग्राम

·  फैटी एसिड  0.04 ग्राम

·  फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड 0.05 ग्राम

·  फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसेचुरेटेड 0.32 ग्राम

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आंवला के फायदे – Benefits of Amla in Hindi

आंवला के फायदे जानना आपके लिए जरूरी है, क्योंकि यह एक वंडर फूड जो है छोटे से आंवला में चमत्‍कारिक गुण हैं।  आंवला शरीर के लिए बेहद गुणकारी (Amla Benefits And Uses) हैं।  आंवला में विटामिन C, विटामिन AB कॉम्‍प्‍लेक्‍स, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाइयूरेटिक एसिड पाए जाते हैं।  आंवला की खूबियां इतनी ज्यादा हैं   इसी वजह से आंवला को 100 रोगों की एक दवा माना जाता है।  आयुर्वेद में तो आंवला को अमृत की तरह माना जाता है।  कई तरह के घरेलू नुस्खों में आंवला (Amla Remedies) का इस्तेमाल किया जाता है. आंवला के फायदों (Amla Benefits) के बारे में बात करें तो यह कई हैं।  आंवला शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है और साथ ही साथ आंवला कई बीमारियों को जड़ से भी खत्म करता है।  आंवला डायबिटीज में फायदेमंद है।  आंवला डायबिटीज (amla for Diabetes) से परेशान लोगों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है। दरअसल, आंवला में क्रोमियम तत्व पाए जाते हैं, जो इंसुलिन हार्मोन को मजबूत कर खून में शुगर लेवल (Blood Sugar Control) को कंट्रोल करते हैं।  अगर आपको डायबिटीज है तो आंवले के रस (Amla Juice) में शहद मिलाकर पीने से बहुत आराम मिलेगा।

 दिल के लिए लाभदायक है आंवला

आंवला के एक नहीं अनेक फायदे हैं।  आंवला कोलेस्ट्रॉल को कम करने में काफी मदद करता है, जिससे दिल की समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।  आंवला फाइबर और आयरन से भरपूर  होता है। आंवला हृदय की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे पूरे शरीर में रक्त का संचार ज्यादा अच्छे से होता है। खून में अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल कम करता है। इससे स्ट्रोक और दिल के दौरे की संभावना कम हो सकती है। आंवला में लौह तत्व नई लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को भी बढ़ावा देता है, जिससे खून का परिसंचरण में और अंगों और कोशिकाओं के ऑक्सीकरण में वृद्धि होती है, और ऊतकों को लाभ मिलता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने में लाभदायक है आंवला 

 एक शोध के अनुसार पता चला है कि आंवला पॉलीफेनोल से भरपूर होता है। आंवला ऐसे  गुणों से भरपूर होता है जो शरीर को हाई ब्लड शुगर के ऑक्सीडेटिव गुणों से बचाव करता है।  उच्च फ्रुक्टोज आहार के कारण इंसुलिन प्रतिरोध को रोकने में भी यही यौगिक प्रभावी होता है, इस वजह से आंवला डायबिटीज को रोकने में मददगार होता है।

बालों के लिए फायदेमंद

 आंवला बालों के लिए बहुत अच्छा होता है, यह उन्हें मजबूत, घना, काला व चमकदार बनाता है।  यही वजह है कि आंवला बहुत से शैम्पू और हेयर प्रोडक्ट में उपयोग होता है।  आमला खाने से या इसे पीस कर बालों में लगाने से बालों को फायदा मिलता है।  आंवला का बालों के लिए उपयोग सदियों से होता आ रहा है, भारत में पहले बाल आमला शिकाकाई से ही धोए जाते थे, बाद में उसे शैम्पू बनाने लगे. बालों का गिरना ये 90% तक कम करता है।

बुढ़ापे को कम करने में मददगार है

आंवला का अर्क विटामिन ए से भरपूर होता है।  यह विटामिन कोलेजन उत्पादन में महत्वपूर्ण होता  है।  यह एक ऐसा यौगिक है जो त्वचा को जवान और मुलायम बनाए रखता है।  आंवला जब खाली पेट खाया जाता है तो इसमें ऐसे गुण होते हैं जो कोलेजन के क्षरण को धीमा करता है। और यह बुढ़ापे को दूर रखता है।

यौन जीवन को बनाता है बेहतर

एक अध्ययन में बताया गया है कि आंवले में पाए जाने वाले लौह तत्व शुक्राणु बढ़ाने में मददगार होते हैं।  आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की सलाह है कि दिन में एक बार आंवला जूस पीने से पौरुष शक्ति के साथ-साथ यौन शक्ति में वृद्धि होती है। और उसका यौन जीवन बेहतर होता है। आंवले का उपयोग नसों की कमज़ोरी दूर करने में सहायक होता है, क्योंकि आँवले में रसायन का गुण पाया जाता है। रसायन का गुण नसों में समय साथ हो रहे परिवर्तनों यानि डिजेनरेटिशन को नियंत्रित कर कमजोरी दूर करता है।

कैंसर से करता है बचाव

आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुणों की मात्रा भरपूर होती है,इसके साथ ही इसमें एंटी-कैंसर गुण भी होता है जो कैंसर जैसी खतरनाक और  घातक बीमारियों से बचाव करता है। यह कैंसर का रूप लेने वाली कोशिकाओं को भी प्रभावित करता है।  इसके अलावा कैंसर के इलाज में आंवला अर्क का इस्तेमाल किया जाता है।   आंवला कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता है , ये कैंसर से बचाव के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

आंवला आंखों के लिए अच्छा होता है  

आंवला  आँखों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि आंवला विटामिन ए से भरपूर होता है जो आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है। इसके अलावा आंवले   में मौजूद केमिकल कैरोटीन से भी बढ़ जाते हैं। कैरोटीन एक तरह का एंटीऑक्सीडेंट है जो आंखों को फ्री रेडिकल के खतरे से बचाकर रखने में मदद करता है। और साथ ही बढ़ती उम्र में मांसपेशियों को खराब होने से भी बचाता है।

प्रेगनेंसी के दौरान होता है फायदेमंद

गर्भवती महिलाओं में  कमजोरी की समस्या आम होती है, और यह समस्या उनके लिए बहुत कष्टदायक होती है। यहां तक कि कुछ महिलाओं को गर्भधारण के पहले अवस्था में कब्ज की शिकायत हो जाती है, इन सबका  इलाज आंवले से हो सकता है वह आंवले का मुरब्बा बनाकर इस समस्या से छुटकारा पा  सकती हैं । आंवले के मुरब्बे में जो विटामिन सी और फाइबर होता है वह इस समय बहुत काम आता है। हर दिन सुबह गुनगुने गर्म पानी के साथ एक या दो आंवले के मुरब्बा का पीस खाने से इन दोनों कष्ट को कम किया जा सकता है।

कैंसर में लाभदायक है

आंवला अर्क को सेरिकल और डिम्बग्रंथि के कैंसर कोशिकाओं के  खिलाफ साइटोटॉक्सिक गतिविधि दिखाया गया है । मॉन्ट्रियल, कनाडा के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन प्रकाशित किया जिसमें पाया गया कि  Phyllanthus emblica के  अर्क में कई प्रकार के कैंसर के खिलाफ लड़ने के गुण होते हैं। यूरोपियन जर्नल ऑफ़ कैंसर प्रिवेंशन में अन्य रिसर्च में फल को शक्तिशाली पॉलीफेनोल्स, फ्लेवोनोइड्स और टैनिन से पैक किया जाता है, जिससे यह कैंसर और मधुमेह सहित विभिन्न स्थितियों के खिलाफ एक शक्तिशाली साधन का काम करता है।

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आंवला का उपयोग – How to Use Amla in Hindi

आंवला का उपयोग जानने के लिए  नीचे दिए गए बिंदुओं को पढ़ें।  नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आंवलें का उपयोग अच्छी तरह समझाया गया है।

 आंवला का सेवन कच्चा किया जा सकता है लेकिन आंवला स्वाद में खट्टा होता है। विभिन्न प्रकार के आंवला उत्पाद व्यावसायिक रूप से बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन आपको किसी भी उत्पाद की गुणवत्ता की जांच करने की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है जिसे आप खरीदते हैं क्योंकि उनमें से कुछ में उच्च मात्रा में शक्कर और स्वाद होता है जो अच्छे से अधिक नुकसान कर सकते हैं। सबसे आम रूप जो आप आंवला खरीद सकते हैं उनमें ताजे और सूखे फल, आंवला मुरब्बा, कैंडीज, पाउडर, टेबलेट और कैप्सूल, आंवला जूस, चटनी, जैम और तेल शामिल हैं। वहीं चाहें तो अन्य फलों के साथ हेयर मास्क बनाने के लिए भी इसे उपयोग में ला सकते हैं। त्वचा पर लगाने के लिए और रंगत में सुधार के लिए इसका फेस मास्क बनाकर भी उपयोग किया जा सकता है। इसका पेस्ट सूजन वाले स्थान पर लगाने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है।

1.   आंवला का जूस बनाने की विधि

सामग्री

·  चार आंवले के कटे हुए टुकड़े

·  एक गिलास पानी

·  एक चुटकी काला नमक (स्वाद के लिए)

कैसे इस्तेमाल करें

·  पानी और आंवले के टुकड़े को मिक्सर में डालें और अच्छे से इसे पीस लें।

·  अच्छे से पिस जाने के बाद इसे गिलास में छान लें।

·  अब तैयार जूस में एक चुटकी काला नमक मिलाएं और पी लें।

2. आंवले की चटनी

सामग्री

·  100 ग्राम हरा धनिया

·  दो आंवले

·  दो हरी मिर्च

·  आधा नींबू

·  एक चौथाई चम्मच नमक

कैसे इस्तेमाल करें

·  सबसे पहले हरा धनिया, आंवला, हरी मिर्च और नमक को एक साथ मिक्सी में डालकर अच्छे से पीस लें।

·  अब तैयार पेस्ट को किसी बर्तन में निकालें और उसमें नींबू का रस डालें और खाने के लिए परोस लें।

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आंवला के नुकसान – Side Effects of Amla in Hindi

 आंवला के लाभों के बारे में तो हम सभी जानते हैं लेकिन यह बहुत ही कम लोगों को पता है कि आंवला के अधिक सेवन से आपको कई नुकसान भी हो सकते हैं। अति हर चीज की बुरी होती है और आंवले के मामले में भी ऐसा ही है। आइए जानते हैं कि बहुत ज्यादा आंवला का सेवन करना सेहत के लिए कैसे हानिकारक होता है।

लिवर को कर सकता है ख़राब

आंवला का अदरक के साथ सेवन करने से लिवर को नुकसान पहुंचता है। इसका जरूरत से ज्यादा सेवन करने से लिवर एंजाइम का स्तर बढ़ा देता है जिसे सीरम ग्लूटामिक पाइरुविक ट्रांसअमाइनेज(एसजीपीटी) कहा जाता है। यह लिवर के लिए हानिकारक होता है।

आंवले से हो सकती है कब्ज

अधिक मात्रा में आंवला का सेवन करने से कब्ज की समस्या बढ़ सकती है और इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करने से पेट के स्वास्थ्य पर और भी अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा क्योंकि पानी की कमी से आंवला में फाइबर को सख्त और आंतों को चट कर जाएगा। यदि आपको उच्च रक्तचाप है, तो आपको अधिक मात्रा में आंवला नहीं खाना चाहिए। आंवला में फाइबर होता है जिसका बहुत अधिक सेवन करने से कब्ज की समस्या हो जाती है।

 ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है

उच्च रक्तचाप और किडनी की बीमारी से पीड़ित हैं तो अधिक आंवला का सेवन ना करें। आंवला शरीर में सोडियम के स्तर को बढ़ा देता है और किडनी की कार्यप्रणाली पर असर डालता है। इसलिए अधिक आंवला हानिकारक हो सकता है।

मधुमेह रोगी के लिए नुकसानदायक हो सकता है

 यदि आपके पास सामान्य रूप से रक्त शर्करा का स्तर कम है या मधुमेह के लिए निर्धारित दवा है, तो किसी भी रूप में आंवला का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से जांच करना बेहतर है क्योंकि यह एक प्राकृतिक हाइपोग्लाइसेमिक है (रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है) और दवा की कार्रवाई में हस्तक्षेप कर सकता है।

 पेशाब के दौरान सूजन आना

सामान्य पानी के कम सेवन से आंवले का नियमित सेवन आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है क्योंकि आंवला एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक है जिसका अर्थ है कि यह आपके शरीर से तेजी से पानी खो देता है। इसलिए, यदि आप अपने आहार में आंवला शामिल कर रहे हैं, तो अपने शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखना बेहतर है। आंवला में अधिक मात्रा में विटामिन सी होता है जिसका जरुरत से ज्यादा सेवन पेशाब में परेशानी और जलन पैदा करता है। इससे पेशाब करते समय सूजन आ जाती है साथ ही दुर्गंध भी आती है। 

 एसिडीटी बढ़ सकती है

आंवला का अधिक सेवन करने से पेट संबंधी परेशानियां बढ़ जाती हैं इससे खाना ना पचने और एसिडिटी की समस्या भी पैदा हो जाती है।

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आंवला खाने का सही समय और सही तरीका – Right Time And Quantity To Eat Amla in Hindi

आंवले को रस शहद के साथ आप रोजाना सुबह पीते हैं तो आपकी त्वचा दमकती और स्वस्थ रहेगी। आंवला पाउडर के 2 चम्मच में आप 2 चम्मच शहद मिलाकर पी सकते हैं। दिन में तीन से चार बार आप इसका सेवन कर सकते हैं। 

नीचे आपको बता रहे कि आपको आंवला कब और कैसे खाना चाहिए

ताजा आंवला: ये भारतीय दुकानों में सीजन में उपलब्ध हैं। आप आंवला स्लाइस को नमक और मसालों के साथ कच्चा खा सकते हैं, जैसे भारत में या आप एक चम्मच शहद मिला सकते हैं। शहद आंवले के तीखे स्वाद को संतुलित करता है।

सूखे आंवला: सूखे आंवले के फल को चबाया जा सकता है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसमें बहुत सारी चीनी मिलाई जाती है। भारत में, कैंडिड अचार को आंवला मुरब्बा कहा जाता है।

आंवला पाउडर:  जैविक संस्करण बाजार में उपलब्ध हैं और उन्हें पानी, शहद या दही के साथ मिलाकर बालों या चेहरे पर बनाया जा सकता है।

आंवला तेल:  यह तेल बालों को मजबूत बनाने में मदद करता है, समय से पहले सफेद होने से रोकता है और बालों का गिरना रोकता है।

आंवले का रस: आंवले का रस सुबह खाली पेट पानी के साथ लेने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है, और रक्त शर्करा (शुगर) स्तर को प्रबंधित करने में सहायक होता है।

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निष्कर्ष – Conclusion

हमें अब यह उम्मीद है की  आंवले  के सभी गुणों को जानने के बाद आपको कभी यह  समस्या नहीं होगी कि आंवले के फायदे  और नुकसान क्या होते है।

मुझे आशा है कि आपको मेरा यह लेख बहुत पसंद आया होगा और आपको यह उपयोगी लगा होगा। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर कर सकते हैं । और हाँ अगर कोई टॉपिक छूट गया हो या फिर आपका कोई सुझाव हो तो आप कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं। हम उस पर अमल करने की पूरी कोशिश करेंगे।

और पढ़ें: खजूर के फायदे और नुकसान

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संदर्भ – References

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