जिनसेंग के फायदे, उपयोग और नुकसान – Ginseng Benefits, Uses and Side Effects in Hindi

Ginseng in Hindi

विषय सूची

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उपक्षेप – Introduction

आयुर्वेद में हजारों वर्षों से जिनसेंग का नाम काफी चलन में है। यह एक औषधीय पौधा है, जिसे कई गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए उपयोग में लाया जाता है। इस पौधे के गुण ही हैं, जो इसे आयुर्विज्ञान में मौजूद किसी अन्य जड़ी-बूटी से बेहतर और प्रचलित बनाते हैं। बताया जाता है कि यह औषधि इतनी कारगर और अचूक है कि आज इसे करीब करोड़ों लोग नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं। माना जाता है कि जिनसेंग के फायदे अनगिनत हैं। इसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने व फ्लू जैसे कई संक्रमणों से मुकाबला करने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम जिनसेंग के ऐसे ही कई गुणों और चमत्कारी फायदों के बारे में जानेंगे।

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जिनसेंग क्या हैं – What is Ginseng in Hindi?

सबसे पहले हम लेख में जानेंगे कि जिनसेंग क्या है। बता दें जीनस पैनाक्स नामक पौधे की जड़ को जिनसेंग कहा जाता है। इसका स्वाद कड़वा और मसालेदार होता है। यह पौधा अरिलियासी परिवार से संबंध रखता है। बताया जाता है कि दुनिया में जिनसेंग की करीब 11 प्रजातियां मौजूद हैं। वहीं प्रकार की बात करें, तो मुख्य रूप से जिनसेंग के पांच प्रकार अधिक चलन में हैं, जिन्हें एशियाई जिनसेंग, अमेरिकी जिनसेंग, साइबेरियाई जिनसेंग, भारतीय जिनसेंग व ब्राजील जिनसेंग के नाम से जाना जाता है। जिनसेंग एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, इसलिए इसे उपयोग में लाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

जिनसेंग होमियोपैथीक दवाओं के पैकेट के रूप में भी जाना जाता है। यह एक लोकप्रिय स्वास्थ्य लाभकारी पदार्थ है जो मूल रूप से एक पोष्टिक जड़ी बूटी है। यह साइबेरिया, उत्तरी चीन और कोरिया में पाया जाता है। इसकी जड़ गुदेदार होती है।

जिनसेंग एक स्वास्थ्य लाभकारी पदार्थ है और इसका प्रयोग हजारों सालों तक पारंपरिक चीनी चिकित्सा में किया गया है। लेकिन औषधिय गुणों के कारण अब कई परिश्रमी देशों में इसको अपनाया जाने लगा है। जिनसेंग चाय, कैप्सूल, पाउडर, आदि को मेडिकल स्टोर से ख़रीदा जा सकता है। हालांकि, जिनसेंग चाय अधिक प्रभावी मानी जाती है क्योंकि इसके उपयोग से रक्त प्रवाह तेज हो जाता है। यह जड़ीबूटी आपके स्वास्थ्य और सौंदर्य को विभिन्न तरीकों से प्रभावित कर सकती है।

“दिन में केवल एक कप जिनसेंग टी पीने से आपके शरीर को बहुत से स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। औषधीय गुण होने के कारण इस पौधे का इस्तेमाल आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं में भी किया जाता है। जिनसेंग डाइजेशन को बेहतर करने से लेकर स्लीप डिसऑर्डर को कम करने तक कई स्वास्थ्य परेशानियों में कारगर है।“

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जिनसेंग के प्रकार – Types of Ginseng in Hindi

जैसा कि इस लेख के शुरुआत में बताया गया है कि प्रजातियों के आधार पर जिनसेंग को करीब 11 भागों में विभाजित किया गया है। आइए, उनके बारे में थोड़ा अच्छे से जान लेते हैं।

ओरिएंटल जिनसेंग

ओरिएंटल जिनसेंग को पैनेक्स जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। जिनसेंग का यह प्रकार मूल रूप से चीन और कोरिया से ताल्लुक रखता है। कहा जाता है कि इसे सदियों पहले भारी मात्रा में पाया गया था। बताया जाता है कि लोकप्रियता के कारण यह लगभग विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गया था। बाद में इसकी पैदावार के तरीके को खोजा गया। आज यह आसानी से उपलब्ध होने वाला जिनसेंग का एक प्रकार है।

वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग

यह जिनसेंग का एक दुर्लभ प्रकार है, जो आसानी से नहीं मिलता। कहा जाता है कि 221 ईसा पूर्व में सम्राट शोआंगते ने करीब 3,000 से ज्यादा सिपाहियों को इस जड़ी-बूटी की खोज में भेजा था। जिनसेंग का यह प्रकार इतना दुर्लभ है कि करीब 28 ग्राम वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग की कीमत लगभग 13 लाख रुपये से भी ज्यादा है।

कल्टीवेटेड ओरिएंटल जिनसेंग

यह जिनसेंग का एक आम प्रकार है, जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसे खेती कर उगाया जाता है। इस कारण पूरे अमेरिका में इसकी खरीद-फरोख्त सस्ते दामों पर होती है।

व्हाइट जिनसेंग

पूरी तरह से प्राकृतिक रंग होने के कारण जिनसेंग के इस प्रकार को व्हाइट जिनसेंग के नाम से पुकारा जाता है। कटाई और धुलाई के बाद जब जिनसेंग को सुखाया जाता है, तो यह सुर्ख सफेद रंग ले लेता है और यही इसकी पहचान है।

रेड जिनसेंग

यह जिनसेंग का वह प्रकार है, जिसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए भाप और ताप से गुजारा जाता है। इस कारण यह लाल रंग में परिवर्तित हो जाता है। दावा किया जाता है कि व्हाइट जिनसेंग के मुकाबले रेड जिनसेंग अधिक प्रभावकारी साबित होता है।

अमेरिकन जिनसेंग

जिनसेंग का यह प्रकार खासतौर से अपालाचियन पर्वतीय क्षेत्र में मौजूद जंगलों में पाया जाता है।

वाइल्ड अमेरिकन जिनसेंग

जिनसेंग का यह प्रकार अपने आप ही पैदा होता है। यह खासकर उन अमेरिकी जंगलों में ज्यादा पाया जाता है, जहां पेड़ों की मजबूत लकड़ियां छाया में रहती हैं।

वुड्स-ग्रोन अमेरिकन जिनसेंग

जिनसेंग के इस प्रकार को उगाने के लिए प्राकृतिक माहौल का सहारा लिया जाता है। इनकी पैदावार जंगलों में ही की जाती है। बेहतर परिणामों के लिए खेती वाली जगह पर अलग से मिट्टी लाकर डाली जाती है।

कल्टीवेटेड अमेरिकन जिनसेंग

जिनसेंग के इस प्रकार की खेती कृत्रिम शेड में की जाती है। इनके बढ़ने के लिए पेड़ों की छाया वाले स्थान का उपयोग किया जाता है। बता दें कि कनाडा में इस प्रकार के जिनसेंग की खेती काफी मशहूर है।

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साइबेरियन जिनसेंग

जिनसेंग का ऐसा प्रकार, जो वाकई में जिनसेंग नहीं है। यह सिर्फ जिनसेंग के नाम से बाजार में उपलब्ध है। यह पौधा जिनसेंग से मिलता-जुलता है। इसमें जिनसेंग जैसे एडाप्टोजेनिक गुण शामिल रहते हैं। साथ ही यह सामान्य जिनसेंग के मुकाबले काफी सस्ता है।

वाइल्ड रेड अमेरिकन (डेसर्ट) जिनसेंग

यह देसी अमेरिकी पौधा है। इसे कैनिग्रे या रुमेक्स कहा जाता है। इसका अनुचित तरीके से उपयोग जहरीला और घातक साबित हो सकता है।प्रकारों से अच्छी तरह अवगत होने के बाद अब आगे के लेख में हम जिनसेंग के फायदे जानने की कोशिश करेंगे।

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जिनसेंग के फायदे – Benefits of Ginseng in Hindi

जिनसेंग एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी होने के कारण यह शरीर पर कई तरह के लाभ पहुंचा सकती है, जिनमें यह शामिल है:

1. ऊर्जा के स्तर में सुधार

एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो जिनसेंग एक बेहतरीन एनर्जी बूस्टर के तौर पर काम कर सकता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व थकान जैसे विकारों को दूर कर शरीर में ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। इसलिए, इसका उपयोग उन लोगों के शारीरिक और मानसिक सुधार के लिए किया जा सकता है, जिनमें एनर्जी की कमी के कारण निर्जीवता का एहसास पैदा हो जाता है। अभी इस संबंध में कम ही वैज्ञानिक अध्ययन हुआ है, इसलिए शारीरिक कमजोरी के मामले में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

2. कैंसर में लाभकारी

जिनसेंग के उपयोग से कैंसर की समस्या से बचा जा सकता है। साथ ही यह कैंसर के कुछ लक्षण से भी राहत दिलाने का काम कर सकता है। इससे जुड़े एक वैज्ञानिक शोध में दिया हुआ है कि इसके उपयोग से कैंसर की स्थिति में होने वाले थकान से राहत मिल सकती हैं। यह वैज्ञानिक शोध एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध है। वहीं, एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, जिनसेंग में एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर से बचाने का काम कर सकता है। साथ ही जिनसेंग कैंसर का कोई सटीक इलाज नहीं है। इसलिए, अगर किसी को कैंसर है, तो डॉक्टरी इलाज को मान्यता दें।

3. वजन घटाने में मददगार

वजन घटाने के लिए भी जिनसेंग को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जिनसेंग शरीर में पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम कर सकता है। साथ ही यह शरीर पर अतिरिक्त वसा को चढ़ने नहीं देता और वजन घटाने में लाभकारी सिद्ध होता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि जिनसेंग के लाभ वजन को कम करने के लिए हो सकता है।

4. डायबिटीज में मिलता है आराम

खाना खाने से दो घंटे पूर्व 3 ग्राम जिनसेंग का सेवन भोजन के बाद टाइप-2 डायबिटीज के रोगी में बढ़ने वाली रक्त शर्करा की मात्रा को कंट्रोल कर सकता है। वहीं, कुछ मामलों में यह भी पाया गया है कि भोजन से पहले जिनसेंग का सेवन करने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। दूसरी तरफ विशेषज्ञों का मानना है कि अलग-अलग जिनसेंग उत्पादों के प्रभाव भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। इसका कारण उनमें पाए जाने वाले रसायन हैं, जिन्हें जिनसिनोसाइड्स कहा जाता है।

5. यौन रोग में सुधार

एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, जिनसेंग के गुण यौन शिथिलता में मददगार साबित हो सकते हैं। इसलिए, इसे हर्बल वियाग्रा भी कहा जाता है। बता दें कि इसमें जिनसिनोसाइड्स मौजूद होता है, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के स्तर को बढ़ाकर लिंग में रक्त प्रवाह को बढ़ावा दे सकता है। साथ ही कामेच्छा को भी प्रेरित कर सकता है। वहीं, कुछ शोध से इस बात का भी प्रमाण मिलता है कि जिनसेंग को पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन (पुरुषत्व बढ़ाने वाला हार्मोन) के स्तर को गति देने के लिए भी उपयोग में लाया जा सकता है।

6. मानसिक क्षमता का विकास

शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिनसेंग का उपयोग इंसान में दिमागी क्षमता को बढ़ावा दे सकता है। वहीं, एक शोध में पाया गया है कि इसकी सहायता से अल्जाइमर के लक्षण यानी याददाश्त कमजोर होने की बीमारी को भी काफी हद तक सुधारा जा सकता है। यहीं कारण है कि जिनसेंग के लाभ मानसिक विकास के लिए हो सकते हैं।

7. तनाव को करता है मुक्त

जिनसेंग के लाभ तनाव मुक्ति के लिए भी हो सकते हैं। इस संबंध में किए गए एक शोध में शोधकर्ताओं ने पाया कि यह तनाव को कम कर दिमागी क्षमता के विकास को बढ़ा सकता है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि तनाव के घरेलू इलाज के रूप में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

8. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित जिनसेंग को लेकर किए गए शोध में शोधकर्ताओं ने इस बात का भी पता लगाया है कि इसका उपयोग कई संक्रामक बीमारियों से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकता है। दरअसल, जिनसेंग में इम्युनोस्टिमुलिटरी प्रभाव पाए जाते हैं, जो रेजिस्टेंस बूस्टर की तरह काम कर सकता है। इससे संक्रामक बीमारियों को फैलाने वाले वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा मिल सकता है।

9. बुढ़ापा की समस्या को कम करने के लिए

जिनसेंग के गुण में एक खासियत यह भी है कि इसे बुढ़ापे की समस्याओं को कुछ हद तक कम करने वाली औषधि के रूप में जाना जाता है। इस संबंध में हुए एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, जिनसेंग में एंटी एजिंग प्रभाव होते हैं, जो समय से पहले बढ़ते उम्र के लक्षण को आने से रोक सकते हैं। साथ ही जिनसेंग का सूजन प्रतिरोधक गुण उम्र बढ़ने के साथ होने वाले त्वचा संबंधी विकार जैसे- झुर्रियां, दाग-धब्बे और बेजान त्वचा पर कुछ असरदार साबित हो सकता है। इसका उपयोग त्वचा की समस्या को कम करने के लिए बेहतर माध्यम साबित हो सकता है।

10. सूजन से लड़ने में सक्षम

जिनसेंग के फायदे में एक चमत्कारी फायदा यह भी शामिल है कि यह इंफ्लेमेशन यानी सूजन से जुड़ी समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, रेड जिनसेंग में पाए जाने वाले यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो इंफ्लेमेशन की समस्या से निजात दिला सकते हैं।

11. फेफड़े का कार्य

फेफड़ों से जुड़ी कई समस्या एक तरह का इंफ्लेमेटरी विकार हो सकता है, जिससे छुटकारा पाने में जिनसेंग मददगार हो सकता है। दरअसल, इसमें जिनसेनोसाइड्स गुण पाए जाते हैं, जो एंटी इंफ्लेमेटरी के रूप में काम कर सकते हैं। इससे लंग्स की समस्या से राहत मिल सकती है।

12. मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में कारगर

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में तनाव और पेट में होने वाली पीड़ा के लिए रेड जिनसेंग बेहतर आयुर्वेदिक उपचार साबित हो सकता है। इस संबंध में किए गए वैज्ञानिक शोध के दौरान विशेषज्ञों ने पाया कि जिनसेंग के गुण इतने खास हैं कि इसके सेवन से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान होने वाली तकलीफों में भी राहत मिल सकती है। वहीं, शोध के दौरान इसके सेवन से किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव देखने को नहीं मिला।

13. बालों का रखे ख्याल

जिनसेंग में पाए जाने वाले खास यौगिक बालों के विकास और स्वस्थ स्कैल्प को बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। जिनसेंग में पाए जाने वाले जिनसेनोसाइड्स बालों को झड़ने से बचाते हैं और उनकी जड़ों को मजबूती प्रदान करने का काम कर सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, जिनसेंग के प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर करने वाले गुण बालों के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मददगार साबित हो सकते हैं।

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जिनसेंग के पौष्टिक तत्व – Ginseng Nutritional Value in Hindi

जिनसेंग में पाए जाने वाले सभी पोषक तत्वों के बारे में हमने नीचे दी गई तालिका में विस्तार से बताया है।

  • पोषक तत्व मात्रा प्रति 100ग्राम।
  • ऊर्जा 100 किलो कैलोरीl
  • कार्बोहाइड्रेट 20 ग्राम।
  • शुगर 20 ग्राम।

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जिनसेंग का उपयोग – How to Use Ginseng in Hindi

जिनसेंग के चमत्कारी फायदों का लाभ पाने के लिए इसे उपयोग करना बेहद ही आसान है। जिनसेंग पाउडर, जड़ और कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है, जिसे कई तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें से कुछ के बारे में नीचे बता रहे हैं।

कैसे और कब करें सेवन:

·      जिनसेंग पाउडर या जड़ की चाय बनाकर सुबह या शाम को पी सकते हैं।

·      जिनसेंग को काफी बनाने के लिए भी उपयोग कर सकते हैं, जिसे सुबह की शुरुआत या शाम में सेवन कर सकते हैं।

·      इसे चिकन सूप बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है, जिसे ब्रेकफास्ट या शाम के स्नैक्स के साथ ले सकते हैं।

·      जिनसेंग पाउडर का सेवन किया जा सकता है।

·      इसे कैप्सूल के रूप में भी ले सकते हैं।

कितना करें सेवन: इसकी दिनभर में 2 से 3 ग्राम मात्रा ली जा सकती है, लेकिन इसे एक साथ न लेकर दिनभर में 3 से 4 बार लिया जा सकता है। बता दें कि इसका निरंतर 3 से 4 सप्ताह तक उपयोग किया जा सकता है। वहीं, इसके सेवन की निरंतरता इस बात पर भी निर्भर करती है कि इसे किस उपयोग के लिए लिया जा रहा है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की सलाह आवश्यक है।

जिनसेंग चाय के फायदे: जिनसेंग चाय को अपनी डाइट में शामिल करने से मोटापे पर कंट्रोल रख सकते हैं। जिनसेंग हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ाने की दवा की तरह काम करता है। इससे हमारी कैलोरी फेट में तब्दील नहीं होती है। जिनसे नोसाइड्स नाम का केमिकल जिनसेंग में मौजूद होता है जो हमारे शरीर को एनर्जी देता है साथ ही हमारे शरीर के मोटापे को जलाने में मदद करता है।

जिनसेंग चाय के फायदे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर – जिनसेंग चाय एंटीऑक्सीडेंट में भरपूर होती है जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह हमारे खून को साफ करता है। जब भी कोई बीमारी हमारे शरीर में आती है एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर की बीमारी से लड़ता है और खराब हुए सेल को सही कर देता है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। डाइट में सही मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होने से हमारा शरीर स्वस्थ रह सकता है।

जिनसेंग चाय के फायदे स्वस्थ दिमाग के लिए – हर्बल चाय हमारे दिमाग के लिए खास जानी जाती है। यह हमारे दिमाग की सेल को मजबूत करती है और चिंता को दूर करने में भी मददगार है। यह हमारे दिमाग में सेरोटोनिन और डोपामाइन (केमिकल जो दिमाग को सही से काम करने में मदद करते हैं) के प्रभाव को अधिक करता है। जिनसेंग चाय का सेवन करने से हमारी याददाश्त अच्छी होती है और बढ़ती उम्र के साथ होने वाली बीमारियां होने का कम खतरा होता है। यह सब इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मदद से होता है।

जिनसेंग चाय के फायदे सामान्य ब्लड प्रेशर के लिए – जिनसेंग चाय पीने से हमारा ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है। यह हमारे शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है। अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो जिनसेंग चाय को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें ले।

जिनसेंग चाय के फायदे स्ट्रॉन्ग इम्यूनिटी के लिए – जिस भी खाने की चीज में एंटीऑक्सीडेंट होता है वो चीज़ हमारी सेहत के लिए बहुत लाभदायक होती है। एंटीऑक्सीडेंट हमारे इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है जिससे बीमारी होने के कम अवसर होते हैं। जिनसेंग चाय से आपको अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट प्राप्त होता है जो सेहत के लिए लाभदायक है।

जिनसेंग चाय के फायदे ब्लड ग्लूकोज सामान्य के लिए – जिनसेंग चाय पीने से ब्लड शुगर कम रहता है। जिनसैनोसाइड्स केमिकल हमारे शरीर में इंसुलिन पैदा करता है जो शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इस कारण हमारे शरीर में ब्लड ग्लूकोज का लेवल कम बना रहता है।

जिनसेंग चाय के फायदे बालों के लिए – जिनसेंग चाय पीने से हमारे बालों को जरूरी पोषण मिलता है। जिनसेंग चाय का सेवन करने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं साथ ही डैंड्रफ से भी बचाकर रखती है। इसके अलावा बाल ड्राई नहीं रहते हैं और मजबूत बाल उगने लग जाते हैं।

जिनसेंग चाय के फायदे स्वस्थ त्वचा के लिए – जिनसेंग चाय को रोजाना पीने से आप कई स्किन परेशानी से दूर रह सकते हैं जैसे कि एक्जिमा, मुंहासे और खुरदरी त्वचा आदि। एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण यह त्वचा के सेल को एक समान रहती है और बाकी की त्वचा से जुड़ी बीमारी से भी दूर रखती है जैसे कि उम्र बढ़ने का संकेत, झुर्रियां और काले धब्बे।

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जिनसेंग के नुकसान – Side Effects of Ginseng in Hindi

किसी भी खाने की चीज का अधिक मात्रा में सेवन करने से हमें नुकसान भी हो सकता है। इसलिए हर चीज का सेवन सही मात्रा में ही करना चाहिए। जिनसेंग चाय का अधिक मात्रा में सेवन करने से होने वाले नुकसान की जानकारी आप नीचे से प्राप्त कर सकते हैं।

जिनसेंग चाय के नुकसान गैस के लिए – जिनसेंग चाय को अधिक मात्रा में लेने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती है। जिनसेंग चाय का सेवन करने से हमारे शरीर में मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है। जिसके कारण हमारे शरीर में बिना पचे हुए खाने की मात्रा बढ़ सकती है जिससे हमें कई बीमारी होने का खतरा रहता है जैसे कि दस्त, सूजन और कभी-कभी उल्टी भी हो सकती है।

हार्मोन का संतुलन बिगड़ता – ज्यादा मात्रा में जिनसेंग चाय पीने से एस्ट्रोजन बढ़ जाता है जिससे हमें एस्ट्रोजेनिक के बुरे प्रभाव हो सकते हैं। एस्ट्रोजेनिक के प्रभाव से हमारा हार्मोन का संतुलन बिगड़ सकता है जो घातक साबित हो सकता है।

डिप्रेशन पैदा कर सकता है – जिनसेंग चाय हमारे दिमाग के लिए बहुत लाभदायक है लेकिन अधिक मात्रा में लेने से यह हमारे दिमाग पर बुरा असर भी डाल सकती है। जिनसेंग चाय पीने से हमारे शरीर में दो खुशी के हार्मोन पैदा होते हैं- डोपामाइन और सेरोटोनिन। जिनसेंग चाय का सेवन अधिक मात्रा में करने से हमारे शरीर में खुशी वाले हार्मोन जिनसेंग चाय पर निर्भर हो जाते हैं। जिसके बाद डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन हमारे शरीर में जिनसेंग चाय पीने के बाद ही पैदा होते हैं।

ब्लड शुगर – जिनसेंग चाय ब्लड शुगर को कम रखने में सहायता करता है। लेकिन सही मात्रा में लेने से ही इसका फायदा आपको मिलेगा। अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो जिनसेंग चाय को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से जरुरी सलाह लें।

दिल की बीमारी बढ़ने के आसार – अधिक मात्रा में जिनसेंग चाय का सेवन करने से आपकी दिल की धड़कन असामान्य हो सकती हैं। साथ ही शरीर में खून का बहाव में सामान्य से ज्यादा हो सकता है।

नींद न आना – जिनसेंग चाय का सेवन अधिक मात्रा में करने से हमारे शरीर में एनर्जी ज्यादा पैदा होने लगती है। ज्यादा एनर्जी होने से आपको सोने के समय नींद नहीं आएगी जिससे आपकी नींद का रूटीन खराब हो सकता है।

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जिनसेंग चाय घर में कैसे बनाएं – How To Prepare Ginseng Tea in Hindi

जिनसेंग चाय भी बाकी की चाय की तरह ही बनाई जाती है। जिनसेंग चाय को बनाने की विधि आप नीचे से पढ़ सकते हैं।

एक कप पानी, एक जिनसेंग की जड़ या फिर एक चम्मच जिनसेंग पाउडर, नींबू का रस या फिर शहद (मीठा करने के लिए ) ।

ऊपर दी गई सामग्री होने के बाद अब आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर आसानी से जिनसेंग चाय बना सकते हैं।

सबसे पहले पानी को अच्छे से गर्म कर लें। छिली और धोई हुई जिनसेंग की जड़ को गर्म पानी में डालें। जिनसेंग की जड़ को पानी में उबलने दें। 10 मिनट बाद पानी में से जिनसेंग की जड़ को निकाल लें और पानी को छानकर एक कप में निकाल लें। आपकी जिनसेंग चाय तैयार है।

अगर आपको अपनी चाय को मीठा और स्वादिष्ट बनाना है तो उसमें नींबू का रस या फिर शहद डाल सकते हैं। मीठा डालने से कैलोरी की मात्रा बढ़ जाएगी इसलिए अधिक मात्रा में मीठा न डालें। अधिक मीठा डालने से जिनसेंग चाय का फायदा आपको नहीं मिल पाएगा।

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जिनसेंग चाय बाकी चाय से कैसे अलग है – How is Ginseng Tea Different From Other Tea in Hindi

जिनसेंग चाय और बाकी की चाय में फर्क आप आसानी से बता सकते हैं। नीचे आप इसकी ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

बाकी की चाय की तरह जिनसेंग चाय कैमेलिया सिनेंसिस पौधे से नहीं आती है। कैमेलिया सिनेंसिस एक पौधा है जिससे अधिकतर चाय पाई जाती है।

जिनसेंग चाय के फायदे जिनसैनोसाइड्स नाम के कैमिकल से पाए जाते हैं जो बाकी चाय में नहीं होता है।

जिनसेंग चाय में कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है। एक कप जिनसेंग चाय में 11 कैलोरी होती है वहीं एक कप काली चाय में 1 कैलोरी होती है। कैलोरी की मात्रा ज्यादा होने के कारण जिनसेंग चाय आपको एनर्जी देती है। अधिक मात्रा में सेवन करने से यह फेट में भी तब्दील हो सकती है।

आखिरी में जिनसेंग चाय का सेवन करने से आपको कई सारे फायदे हो सकते हैं जो आपको बीमारियों से बचा कर रखेगा।यह आपके ब्लड शुगर के साथ साथ खराब कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम रखता है। लेकिन इसके फायदे आपको तभी मिलेंगे जब आप इसका सेवन सही मात्रा में करेंगे।

जिनसेंग का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें – कई लोगों के लिए जिनसेंग का चयन और उसे लंबे समय तक सुरक्षित रखना एक बड़ा टास्क बन जाता है। इसलिए, हम उनके लिए कुछ आसान टिप्स दे रहे हैं।

जिनसेंग का चयन – जिनसेंग की जड़ अधिक सुखा न हो। इसके जड़ में अधिक जगह पर गांठें नहीं होनी चाहिए। जिनसेंग में जगह-जगह पर कट न लगा हो। इसमें दाग धब्बे न लगे हों। अगर कोई जिनसेंग पाउडर खरीदना चाह रहा है, तो उसे विश्वसनीय दुकान से खरीदें, क्योंकि इसका नकली पाउडर भी बाजार में उपलब्ध है। इसे खरीदते समय एक्सपायरी डेट जरूर चेक करें। वहीं, इसे हमेशा एयरटाइट डिब्बे में रखना चाहिए।

सुरक्षित रखने का तरीका – इसे फ्रिज में रखकर लंबे समय सुरक्षित रखा जा सकता है। जिनसेंग की जड़ को गीले कपड़े में बांध के रखने पर भी कई दिन तक सुरक्षित रखा जा सकता है। अब हम जिनसेंग को कहां से खरीदना है, इसके बारे में बता रहे हैं।

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जिनसेंग के अन्य नुकसान – Other Side Effects of Ginseng in Hindi

  • आइए, नजर डालते हैं उन स्थितियों पर जिनमें जिनसेंग के नुकसान होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।
  • कुछ मामलों में जिनसेंग का उपयोग दुष्परिणामों को प्रदर्शित कर सकता है, जैसे- सिरदर्द, पाचन और नींद से संबंधित समस्याओं का होना। यह जिनसेंग के नुकसान में शामिल है।
  • गर्भवती व स्तनपान कराने वाली महिला को यह औषधि लेने से बचना चाहिए। उन पर जिनसेंग के नुकसान नजर आ सकते हैं।
  • हाई बीपी और हृदय संबंधी बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति बिना डॉक्टर की सलाह के जिनसेंग का सेवन न करें।
  • अगर कोई शुगर की दवा ले रहा है, तो उसे जिनसेंग का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। हो सकता है कि इसके सेवन से ब्लड शुगर काफी कम हो जाए।
  • जिनसेंग के साथ किसी अन्य दवा या खाद्य पदार्थ का सेवन न करें।

और पढ़ें: गिंको बाइलोबा (जिन्‍कगो) के फायदे, उपयोग और नुकसान

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निष्कर्ष – Conclusion 

जिनसेंग ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसके सेवन से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। यहीं नहीं जिनसेंग के फायदे भी कई हो सकते हैं, जिसके बारे में हमने ऊपर लेख में बताया है। हां, अगर कोई गंभीर समस्या से जूझ रहा है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी लेनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख में दी गई सभी जानकारी आपके काम आएगी। इसी तरह की और जड़ी-बूटियों के बारे में जानने के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

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संदर्भ – References

(1)https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%B8%E0%A5%87%E0%A4%82%E0%A4%97

(2) https://www.myupchar.com/herbs/ginseng-ke-fayde-aur-nuksan-in-hindi

(3) https://www.mishryhindi.in/benefits-of-ginseng-tea-side-effects-how-to-make-and-calories/

(4) https://helloswasthya.com/dawaai-aur-jadi-booti/jadi-booti/ginseng/#gref

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